अंतरजाल की दुनिया और जीवन में मोहित शर्मा 'ज़हन' के बिखरे रत्नों में से कुछ...

Tuesday, January 7, 2014

RC Cartoons with Frank Knot (Rahul)


Nagraj - "यादों से खून चूसते वक़्त कि भी खुदगर्ज़ी होती है.... 
यादों से खून चूसते वक़्त कि भी खुदगर्ज़ी होती है.…" 

*Wah-Wah* 

*Wah-Wah*

Doga - "अंकल जी नयी शक्ति करते ईजाद... जब इनकी मर्ज़ी होती है।"

- Mohit Sharma, Frank Knot. P.S. Mera to bas ye trolling sher tha baaki setup Rahul ne socha...

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डोगा - "लहरों सी आवाज़ खाईयों मे दफन हो जाती है ...तन्हाई में ज़िन्दगी यूँ ही बीत जाती है ....."

तिरंगा - "पहले यह कन्फर्म कर की ये 'च्यूम-च्यूम-च्यूम...' की आवाज़ तेरी बन्दूक की ही है या गुस्से में कहीं और से खता हो जाती है??"

बाकी हीरोज़ - "वाह-वाह ....वाह-वाह"

RC Cartoon with Frank Knot
 — with Frank Knot. (September 2013)


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